रविवार, १० मे, २०२०

पंचगव्य

 १) दुपारी जेवणा नंतर एक तासाने पहिली पुडी घेणे सोबत एक कप कोमट पाणी आणि गोमूत्र १० मिली ( बोटल मधील १/३ )


२) त्यानंतर दोन तासाने दूसरी पुडी घेणे पुन्हा सोबत एक कप कोमट पानी मध्ये गौमूत्र १० मिली


३) दुसऱ्या डोस नंतर दोन तासाने तीसरी पुडी घेणे सोबत पुन्हा एक कप कोमट पाण्यात १० मिली गौमूत्र


४) तिन्ही डोस संपल्या नंतर एका तासाने एक कप कोमट दुधा मध्ये औषधी तुपाची पुडी मिसळावी आणि दूध घ्यावे

( *लहान मूल आणि गर्भवती महिला यांनी हे औषध घेवू नये* )

*पंचगव्य के साथ करे कोरोना पर मात !*


पंचगव्य आधारीत ओझोन चिकित्सा यह डॉ. दिलीप कुलकर्णी जी का शास्त्रीय संशोधन है जिसके आधार पर कैंसर पर किया यशस्वी उपचार अब तक का उत्कृष्ट उपचार सिद्ध हुआ है । डायबेटीस, ब्लडप्रेशर या और भी दुर्धर बिमारियों पर यह चिकित्सा गत ७ - ८ वर्ष में अनुभव आधार पर उत्कृष्ट सिद्ध हुयी है, इसी के आधार पर यह कोरोना महामारी की बिमारी न हो या इस बीमारी सदृष्य के लक्षण ठीक हो इस हेतु प्रतिबंधात्मक दवाई का संच तयार किया गया है । 


प्रेग्नेंट महिलाये एवं ५ वर्ष से छोटे बच्चे इस दवाई का प्रयोग न करे, ५ से १२ वर्ष आयु के बच्चों को इसका आधा डोस दे, अन्य कोई भी इस दवा को ले सकते है ।


*पंचगव्य - आयुर्वेद का उपयोग कर बनाई यह औषधी कोई भी दुष्परिणाम रहीत एवं १०० % सुरक्षित है ।*


 *आरोग्य रक्षक* - प्रमुख औषधी द्रव्य - फिटकरी, मिश्री, गौमूत्र एवं अन्य औषधी


ग्रहण पद्धती - यह औषधी केवल एक दिन लेनी है । यह पुडिया या डीबी में दी गयी है । दोपहर भोजन के एक घंटे पश्चात पुडिया - डीबी की औषधी मुह में डालकर उसपर आधे कप गुणगुणे पानी + १० मिली साथ में दिया गया इ.सी.यु. सलूशन/ यदि गौमूत्र हो तो गौमूत्र ७ स्तर कर सूती ( cotton ) वस्त्र से छान कर मिलाये और पिये, बची हुयी और दो - दो पुडिया/डिबिया की औषधी इसी पद्धती से २ - २ घंटे पश्चात ले लीजिये ।


आखरी औषधी समाप्त होते ही एक घंटे पश्चात देशी गाय का दूध आधा कप + २ चम्मच देशी गाय का घी मिलाकर पी ले उस पश्चात १ घंटा पानी न पिये ।


*महत्वपूर्ण सुचना :-*


१) कोरोना महामारी से बाधित हुआ रुग्ण ठीक नहीं होता यह डर कृपया दिमाग से निकाले ।


२) यह औषधी प्रतिबंधात्मक भी है एवं कोरोना महामारी सदृष्य लक्षण पर उपचार हेतु भी लाभ कारक है । ५,००० से अधिक लोगो द्वारा दवाई लेने पश्चात काफी आश्चर्य कारी अनुभव सामने आये है 


३) वैद्यकीय मार्गदर्शन से इस दवाईका उपयोग करना उचित है ।


गौसंवर्धन - गौरक्षण हेतु प्रचार प्रसार में कार्यरत ।


*सेवा शुल्क 200 /-*

*श्री सर्वेश्वर सेवा सहकार संस्था*

*श्री प्रमोद काटे*

7977389380